प्रेमचंद जी द्वारा लिखी गयी कहानी विमाता, मातृ प्रेम को दर्शाती है | जब मुन्नू अपनी माँ को खो देता है तब उसकी ज़िंदगी में अम्बा आती है जो अपना सब कुछ मुन्नू की देख भाल में लगा देती है पर क्या अम्बा माँ के साथ जुड़े सौतेले शब्द को हटा पाएगी और क्या उसकी ममता हमेशा मुन्नू के साथ बानी रहेगी| जानने के लिये सुनिए मुन्नू और अम्बा की कहानी |