सुनिए सुशांत सुप्रिय की लिखी ‘भूतनाथ ‘ जानिये क्या एक भूत बदल पाता है लोगों की ज़िन्दगी या वो भी हार जाता इस समाज की सचाइयों के आगे?

सुनिए सुशांत सुप्रिय की लिखी ‘भूतनाथ ‘ जानिये क्या एक भूत बदल पाता है लोगों की ज़िन्दगी या वो भी हार जाता इस समाज की सचाइयों के आगे?
दिशाएं हैं चार , पर क्या उन्ही में से एक दिशा में चलना ही सही है , अगर कोई अपनी अलग दिशा बनाना चाहे तो क्या वह वो गलत है| ऐसे कई सवालों के जवाब देती है सुशांत सुप्रिय जी द्वारा लिखी “पांचवी दिशा“| जहाँ एक दिशा तो थी पर चुनी हुई नहीं, अपने मनोरथ से बनायीं एक नयी दिशा|