फतेहचंद के द्वारा की गयी नौकरी जब उसके आत्मसम्मान सवाल उठाएगी तब वह क्या अपने लिये कुछ कर पायेगा , जानते हैं मुंशी प्रेमचंद की लिखी रचना ‘इस्तीफ़ा’ में|
फतेहचंद के द्वारा की गयी नौकरी जब उसके आत्मसम्मान सवाल उठाएगी तब वह क्या अपने लिये कुछ कर पायेगा , जानते हैं मुंशी प्रेमचंद की लिखी रचना ‘इस्तीफ़ा’ में|