डॉ सुषमा गुप्ता जी द्वारा लिखी गयी ‘अछूत लड़की’ हमें समाज का ऐसा आईना दिखती है जिससे दुर्भाग्यवश हमने अपने रोज़ की ख़बरों का हिस्सा मान किया है | चाहे वो जात पात हो या किसी लड़की से बलात्कार की खबर। पर क्या होता है जब आप असल में किसी ऐसी इंसान से मिलते है जिसने उन कड़वी सच्चाइयों को जिया है और जो अपने हालातों से डरने बजाय उनसे लड़ रहा है| जानिये ऐसी ही एक लड़की अनामिका की कहानी|