कैसे एक फूल बना सास बहू में नोक झोंक का कारण , सुनिए सुभद्रा कुमारी चौहान जी की लिखी गुदगुदाने वाली रचना ‘कदम्ब के फूल’ में |

कैसे एक फूल बना सास बहू में नोक झोंक का कारण , सुनिए सुभद्रा कुमारी चौहान जी की लिखी गुदगुदाने वाली रचना ‘कदम्ब के फूल’ में |
भगवती चरण वर्मा जी द्वारा लिखी प्रायश्चित, कहानी है रामू की बीवी की जो एक कबरी बिल्ली को मार देती है | समाज उससे अपने किये का प्रायश्चित करवाना चाहता है जो की समाज के ही बताये नियमो के तहत होगा|पर क्या ये नियम सही है ? क्या वह अपने किये का प्रायश्चित कर पाएगी?
सुनिए विनोद नायक जी द्वारा लिखी दिल को छू लेने वाली कहानी ‘काली थैली’ जहाँ रिश्ते प्यार से बने और जुड़े हैं |भोलू फुटपाथ पर रहता है और फैंका हुआ खाना खाता है, क्या होता है जब एक दिन फैंकी हुई थैली में उससे एक बच्ची मिलती है | क्या वह उस बच्ची का ध्यान रख पायेगा और उसे पाल पायेगा? पर क्या वही वह समाज के एक डरावने सच को भी दिखते हैं ?
कितनी ज़मीन चाहिए इंसान को ज़िंदगी गुज़ारने के लिये , एक महल या 2 गज़ ज़मीन| यह एक बहुत अहम सवाल है हम सबका अपने आप से, जिसका जवाब खूबसूरती से बयान किया है लियो टॉलस्टॉय जी ने अपनी कहानी “कितनी ज़मीन” में, जो कहानी हम सभी को ज़िंदगी की बहुत बड़ी सच्चाई से वाक़िफ़ करवाती है|
‘कामयाबी’ जैसा की कहानी का नाम कहता है, हमें हमारी ज़िंदगी में कामयाबी के सही अर्थ बताती है| आरोही की कहानी जहाँ उसकी रोज़मर्रा की ज़िंदगी, पढ़ाई, नौकरी, शादी की बात बताती है उसे हम सबने कभी न कभी अपनी ज़िंदगी में ज़रूर महसूस किया होगा| पर क्या इन्ही पैमानों से कामयाबी मापी जाती है, सुनिए और जानिये हमारे साथ तृप्ति वर्मा की लिखी ‘कामयाबी’ में |
चंपा का मोबाइल’ इस भागती दौड़ती अपने मोबाइल में गुम दुनिया में रिश्तों में छुपे एक ठहराव की कहानी है | जिसमें आप सुनेंगे की कैसे चंपा हर वक़्त काम करते हुए भी अपने मोबाइल पर किसी से बातें करती रहती है | पर यह बातें वो किससे करती है? क्या वह उसका कोई करीबी है या ये सिर्फ उसके ज़ज़्बात है जिसे वो फ़ोन पर बातें करने के ज़रिये ज़ाहिर करती हैं | सुनिए लेखिका दीपक शर्मा द्वारा लिखी हुई दिल को छू लेने वाली एक खूबसूरत रचना|
निखिल सचान जी द्वारा लिखित क्यूट मोहर सिंह ले जायेगी आपको मोहर सिंह की डकैत और प्यार भरी दुनिया में , अब डकैती उनके साथ रहेगी या उनका प्यार सुजाता ये तो वक़्त ही बताएगा| इस एपिसोड में सुनिए कहानी का पहला भाग और जानिये मोहर सिंह की क्यूट दुनिया के बारे में |
‘सती‘ शिवानी जी द्वारा लिखी गयी एक दिलचस्प कहानी है जिसमें आप मिलेंगे ट्रैन में सफर करती 4 औरतों से , जो बातों द्वारा एक दूसरे तब ज़्याद घुल मिल जाती है जब उनमें से एक यह बताती हैं कि वो अगले दिन अपने पत्ति के साथ सत्ती होने वाली हैं | पर क्या वह सच में सत्ती होंगी या उन्हें कोई रोक लेगा या कहानी किसी और ही मोड़ पर मुड़ जायेगी | जानने के लिये सुनिए ये दिलचस्प कहानी और बन जाइये इस सफर का हिस्सा|
“Kahani Jaani Anjaani” is a podcast journey that started in April 2016 with no intentions of being more than a side project that I can use to share stories in Hindi. It was a small attempt to encourage me to read more hindi stories/text and at the same time encourage others to join in. Back then, I never imagined that I would like to take this forward with more episodes and take it more seriously.
1.5yrs later, the podcast has just about 3 episodes with 4th one released today. But it’s not a forgotten side-project anymore. I hope that it grows to become a platform for discovering stories and writers both new and old in Hindi language. I am working on ensuring that I can take this podcast more seriously and devote time to improve my skills of storytelling along with connecting with a lot of like-minded people. This post hopefully marks a milestone of this podcast where it promises to become a bi-weekly affair and a season of 12 episodes!